आपके गेंहू के आटे में चोकर कम है तो भी आपका आटा मिलावटी हो सकता है। इसकी जांच आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास में पानी लीजिए और आधा चम्मच आटे को इसमें डालकर देखिए तो आपको कुछ तैरता हुआ दिखाई दें तो समझ जाइए कि इसमें मिलावट हैं।
इसके अलावा एक और तरीका है जिसे आप लेबोरेट्री टेस्ट भी कह सकते हैं। इसके लिए आप एक टेस्ट ट्यूब लीजिए और इसमें आटे के कुछ नमूने डाल लीजिए। फिर इसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। अगर इसमें कुछ छानने वाली चील नजर आए तो समझ जाइए कि इसमें चाक की मिलावट हैं। हाइड्रोक्लोरिक एसिड आपको मेडिकल स्टोर में मिल सकता है।
11 वीं और 12 वीं क्लास में आपका बच्चा पढ़ता है तो उससे भी आप इस परीक्षण के लिए कह सकती हैं। वह स्कूल के कैमिस्ट्री लैब में इस टेस्ट को आसानी से कर लेगा।
एक चम्मच आटे में नींबू के कुछ रस डालकर देखें। अगर ऐसा करने पर आटें में बुलबुले बने तो जान लीजिए आपका आटा मिलावटी है। बता दें कि खड़िया मिट्टी आमतौर में आटें में मिलाया जाता है। इस पदार्थ में कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है इसलिए नींबू के संपर्क में आने पर ये बुलबुले छोड़ते हैं।
फेस्टिव सीजन शुरु हो चुका है साथ ही मिलावट का दौर भी। फेस्टिव सीजन में हर चीज की डिमांड बढ़ जाती है इसलिए मिलावट की खबरें सुनने को मिलती है। पनीर, मावा और घी में मिलावट के मामले तो फेस्टिवल सीजन में खूब सामने आते हैं। लेकिन क्या आप जानते है रोजाना जिस आटे की आप रोटी बनाकर खाते हैं वो भी मिलावट के इस दौर में अछूता नहीं रहा हैं।
आटे में भी आजकल जमकर मिलावट की जाने लगी हैं। गेहूं के आटे में अक्सर बोरिक पाउडर, चाक पाउडर और कभी-कभी मैदा तक मिलाया जाता है। लेकिन कुछ आसान टिप्स से आप मालूम कर सकते हैं कि जो आटा आप खा रहे हैं वो असली है या नकली।